कुछ डायबिटीज़ के मरीज़ों को इंसुलिन इंजेक्शन क्यों दिया जाता है?
डायबिटीज़ (मधुमेह) एक ऐसी बीमारी है जिसमें शरीर में ब्लड शुगर (ग्लूकोज़) का स्तर असामान्य रूप से बढ़ जाता है। इसका कारण यह होता है कि शरीर या तो इंसुलिन नहीं बनाता, या फिर इंसुलिन का सही इस्तेमाल नहीं कर पाता।

इंसुलिन क्या होता है?

इंसुलिन एक हार्मोन है जो शरीर में अग्न्याशय (Pancreas) द्वारा बनाया जाता है। इसका काम है –
खून में मौजूद शुगर को शरीर की कोशिकाओं तक पहुँचाना, ताकि वह ऊर्जा में बदला जा सके।

F&Q: अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

Q1. डायबिटीज़ कितने प्रकार की होती है?
उत्तर: मुख्यतः दो प्रकार की:

Type 1 डायबिटीज़:
इस प्रकार की डायबिटीज़ में शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली (इम्यून सिस्टम) गलती से अग्न्याशय (Pancreas) की उन बीटा कोशिकाओं पर हमला कर देती है जो इंसुलिन का उत्पादन करती हैं। परिणामस्वरूप, शरीर में इंसुलिन बनना पूरी तरह बंद हो जाता है, जिससे ब्लड शुगर लेवल नियंत्रण से बाहर हो सकता है।

Type 2 डायबिटीज़:

इस स्थिति में शरीर इंसुलिन तो बनाता है, लेकिन या तो पर्याप्त मात्रा में नहीं बन पाता या शरीर की कोशिकाएं उस इंसुलिन का सही तरीके से उपयोग नहीं कर पातीं। इस समस्या को इंसुलिन रेज़िस्टेंस कहा जाता है। समय के साथ, यह स्थिति और गंभीर हो सकती है यदि सही जीवनशैली और इलाज न अपनाया जाए।

Q2. किन मरीज़ों को इंसुलिन इंजेक्शन की ज़रूरत होती है?
उत्तर:

जिन लोगों को टाइप 1 डायबिटीज़ होती है, उनके शरीर में इंसुलिन बनना पूरी तरह रुक जाता है, इसलिए उन्हें नियमित रूप से इंसुलिन इंजेक्शन लेना आवश्यक होता है।

वहीं, Type 2 डायबिटीज के कुछ मरीजों को भी इंसुलिन की आवश्यकता हो सकती है, खासतौर पर तब जब जीवनशैली सुधार, डाइट कंट्रोल और दवाओं के बावजूद उनका ब्लड शुगर स्तर स्थिर नहीं हो पाता।

Q3. इंसुलिन गोली की जगह इंजेक्शन ही क्यों दिया जाता है?
उत्तर: अगर इंसुलिन को टैबलेट के रूप में दिया जाए, तो पेट की अम्लीय गैसें (एसिड) उसे नष्ट कर देती हैं। इसी वजह से इंसुलिन को इंजेक्शन या इंसुलिन पेन के ज़रिए सीधे शरीर में देना पड़ता है, ताकि वह सीधे खून में मिल सके और असर कर सके।

Q4. क्या इंसुलिन की आदत पड़ जाती है?
उत्तर: नहीं, इंसुलिन एक नेचुरल हार्मोन है। ये लत नहीं लगाता, बल्कि सही डोज़ में लेने से आपकी सेहत बेहतर होती है।

Q5. इंसुलिन इंजेक्शन कब देना होता है?
उत्तर:

भोजन से पहले या बाद में, डॉक्टर की सलाह के अनुसार।

फास्टिंग या पोस्ट-प्रांडियल शुगर लेवल को देखकर।

Q6. क्या इंसुलिन से कोई साइड इफेक्ट होता है?
उत्तर: कुछ लोगों को निम्न रक्त शर्करा (Hypoglycemia), वजन बढ़ना या इंजेक्शन साइट पर सूजन हो सकती है। पर ये सब मैनेज किया जा सकता है।

निष्कर्ष:

इंसुलिन इंजेक्शन उन डायबिटीज़ मरीज़ों के लिए जीवन रक्षक हो सकता है जिनका शरीर पर्याप्त इंसुलिन नहीं बना पा रहा या इस्तेमाल नहीं कर पा रहा। यह डॉक्टर की सलाह से ही लेना चाहिए।