निशांत कुमार का जनसंपर्क — 20 जुलाई 2025
पटना, महावीर मंदिर में अपने जन्मदिन पर ‘रुद्राभिषेक’ पूजा के दौरान निशांत कुमार ने बिहारवासियों से एनडीए को आगामी विधानसभा चुनावों में समर्थन देने की अपील की। उन्होंने अपने पिता की योजनाओं—एक करोड़ नौकरियों, महिलाओं के लिए 35% सरकारी नौकरी आरक्षण, प्रति माह 125 मुफ्त यूनिट बिजली आदि—का ज़िक्र करते हुए जनता से सहयोग की गुहार लगाई।
जब उनसे खुद चुनाव लड़ने का सवाल पूछा गया, तो उन्होंने स्पष्ट उत्तर ना देते हुए कहा: “चलिये ठीक है, इसपर आगे देखा जाएगा।”
राजनीतिक स्पेकुलेशन और पार्टी समर्थन
उपेन्द्र कुशवाहा (राज्यसभा सांसद, RLM) ने सार्वजनिक रूप से सुझाव दिया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पार्टी (JD(U)) की अगुवाई अपने बेटे निशांत को सौंप देनी चाहिए — उन्होंने कहा कि यह पार्टी व कार्यकर्ताओं की भावना है।
मदन सहनी (राज्य मंत्री, JDU समर्थक) ने निशांत को “बहुत योग्य” बताया और कहा कि बिहार चाहता है कि वे सक्रिय राजनीति में आएँ।
पार्टी व कार्यकर्ता प्रतिक्रियाएँ
पटना के JD(U) कार्यालय के बाहर समर्थक कार्यकर्ताओं द्वारा पोस्टर लगाए गए, जिनमें लिखा था: “बिहार करे पुकार — आइए निशांत कुमार” और “निशांत ने बिहार की मांग को स्वीकार किया” जैसे नारे।
विशेषकर नालंदा सांसद कौशलेंद्र कुमार व स्थानीय विधायक विनय चौधरी ने निशांत को इस्लामपुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने की मांग उठाई। BJP ने भी इस कदम का स्वागत किया।
निशांत की भूमिका और पोजिशनिंग
उन्होंने राज्य सरकार की पिछले 20 वर्षों की उपलब्धियों को “आंकड़ों के बाजीगर” की शैली में दर्शाते हुए जनता से वोट मांगे। इसमें शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, रोजगार इत्यादि क्षेत्रों का ज़िक्र था।
हालांकि, उन्होंने खुद यह स्पष्ट कर दिया है कि फिलहाल वे राजनीति में प्रवेश नहीं करना चाहते और आध्यात्मिक जीवन अपनाए हुए हैं। इस विषय पर वे चुप्पी बनाए रखते हैं।
सारांश:
पहलु जानकारी
जनसंपर्क सार्वजनिक रूप से चुनाव में एनडीए समर्थन की अपील, पर चुनाव लड़ने का स्पष्ट निर्णय टाला
राजनीतिक चर्चा कार्यकर्ताओं व नेताओं की मांग — पार्टी नेतृत्व निशांत को सौंपा जाए
सक्रियता पोस्टर, सार्वजनिक भाषण, योजनाओं का उल्लेख—स्पष्ट संकेत कि वे सक्रिय हो रहे हैं
स्थिति राजनीति में एंट्री पर अभी स्पष्टता नहीं — निशांत ने अपनी ओर से ना ही हां कहा, ना ना किया
निष्कर्ष रूप में देखा जाए, तो निशांत कुमार फिलहाल अपनी राजनैतिक भूमिका की संभावना बनते-बिगड़ते संकेतों में सक्रिय हैं। कार्यकर्ता और राजनीतिक नेता उन्हें पार्टी की अगली पीढ़ी के रूप में देखना शुरू कर चुके हैं, हालांकि उन्होंने स्वयं अपनी भूमिका को अभी आध्यात्मिक स्तर पर बनाए रखा है।

