निमिषा प्रिया मामला: फांसी टलवाने में केरल के ग्रैंड मुफ्ती ने निभाई अहम भूमिका

कोच्चि, [आज की तारीख, 17 जुलाई 2025]: यमन में मौत की सज़ा का सामना कर रही भारतीय नर्स निमिषा प्रिया की फांसी के दिन को टालने में केरल के ग्रैंड मुफ्ती शेख अबु बकर अहमद (कांथापुरम ए. पी. अबूबकर मुसलियार) की अहम भूमिका सामने आई है। उनके हस्तक्षेप के बाद, निमिषा की फांसी पर फिलहाल रोक लगा दी गई है, जिससे उन्हें कानूनी लड़ाई जारी रखने के लिए और समय मिल गया है।

कैसे हुआ हस्तक्षेप?

सूत्रों के अनुसार, ग्रैंड मुफ्ती ने यमन के प्रभावशाली सूफी विद्वानों और धार्मिक नेताओं से इस मामले में हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया था। यह कदम केरल के विधायक चैंडी ओमन द्वारा ग्रैंड मुफ्ती से मदद मांगने के बाद उठाया गया। विधायक ओमन ने निमिषा के परिवार और “सेव निमिषा प्रिया एक्शन काउंसिल” की ओर से मुफ्ती से संपर्क किया था।

ग्रैंड मुफ्ती ने यमन में अपने संपर्कों का इस्तेमाल करते हुए मृतक तलाल अब्दो महदी के परिवार से बातचीत करने के लिए धार्मिक अधिकारियों को प्रेरित किया। इस पहल के परिणामस्वरूप, फांसी की तारीख को स्थगित कर दिया गया है।

क्या है निमिषा प्रिया का मामला?

निमिषा प्रिया, केरल के पलक्कड़ जिले की रहने वाली एक नर्स हैं, जिन्हें 2017 में यमन में एक नागरिक, तलाल अब्दो महदी की हत्या के आरोप में मौत की सज़ा सुनाई गई थी। निमिषा का दावा है कि महदी ने उन्हें बंधक बना रखा था और उनका शारीरिक शोषण किया था। उन्होंने महदी को नशे की दवा दी थी, ताकि वह भाग सकें, लेकिन महदी की दवा के ओवरडोज से मौत हो गई थी। यमन की सर्वोच्च अदालत ने उनकी मौत की सज़ा को बरकरार रखा था, जिसके बाद उनकी जिंदगी बचाने की उम्मीदें कम होती जा रही थीं।

“ब्लड मनी” का विकल्प

यमन के कानून के अनुसार, हत्या के मामलों में पीड़ित परिवार “ब्लड मनी” (रक्त धन) स्वीकार करके अपराधी को माफ कर सकता है। निमिषा के परिवार और सहायता समूह ने इस विकल्प पर विचार किया है और मृतक के परिवार से इस पर बातचीत जारी है। ग्रैंड मुफ्ती का हस्तक्षेप इस बातचीत को आगे बढ़ाने में भी सहायक हो सकता है।

फिलहाल, निमिषा प्रिया को मिली यह राहत उनके लिए एक नई उम्मीद बनकर आई है, जिससे उन्हें और उनके समर्थकों को कानूनी और मानवीय आधार पर इस मामले को सुलझाने का अवसर मिल गया है। इस पूरे प्रकरण पर भारत सरकार और केरल सरकार भी लगातार नजर बनाए हुए हैं।