हेना शहाब को राष्ट्रीय कार्यकारिणी में स्थान, सिवान की राजनीति को नई पहचान

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प्रस्तावना

राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने अपने नए राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्यों की सूची जारी की है, जिसमें सिवान लोकसभा क्षेत्र की पूर्व प्रत्याशी और समाजसेविका आदरणीय हेना शहाब जी को शामिल किया गया है। यह न सिर्फ उनके संघर्ष और समर्पण का सम्मान है, बल्कि सिवान की जनता के विश्वास की भी जीत है।

हेना शहाब: परिचय

हेना शहाब एक शिक्षित, विनम्र और संघर्षशील महिला हैं, जो सिवान के राजनीतिक परिदृश्य में एक अहम चेहरा बन चुकी हैं। वे बिहार के पूर्व सांसद और आरजेडी के कद्दावर नेता मोहम्मद शहाबुद्दीन की पत्नी हैं। हालांकि उनके राजनीतिक सफर की शुरुआत पति की अनुपस्थिति के बाद हुई, लेकिन आज वे अपनी अलग पहचान बना चुकी हैं।

हेना जी ने नर्सिंग की पढ़ाई की है और लंबे समय तक पारिवारिक और सामाजिक जीवन में सक्रिय रहीं। लेकिन समय की ज़रूरत और जनता के विश्वास ने उन्हें राजनीति में उतरने के लिए प्रेरित किया।

राजनीति में प्रवेश और संघर्ष

हेना शहाब ने 2009 में पहली बार सिवान से लोकसभा चुनाव लड़ा। यह चुनाव आसान नहीं था — एक महिला, जो पहली बार राजनीति में उतरी थी, भले ही उनके सामने अनुभवी और मजबूत प्रतिद्वंद्वी थे, फिर भी उन्होंने जमीनी जुड़ाव और आम जनता से निरंतर संपर्क के ज़रिए अपनी पहचान कायम की।

इसके बाद उन्होंने 2014 और 2019 में भी लोकसभा चुनाव लड़ा। भले ही उन्हें जीत नहीं मिली, लेकिन हर बार उनकी राजनीतिक पकड़ और लोकप्रियता बढ़ती रही। सिवान की आम जनता, खासकर महिलाएं और अल्पसंख्यक समुदाय, उन्हें एक सशक्त और भरोसेमंद प्रतिनिधि के रूप में देखते हैं।

राष्ट्रीय कार्यकारिणी में चयन: एक बड़ी उपलब्धि

राष्ट्रीय जनता दल की नई राष्ट्रीय कार्यकारिणी सूची में हेना शहाब जी का नाम शामिल होना, सिवान के लिए गर्व की बात है। यह न सिर्फ उनके व्यक्तिगत प्रयासों का परिणाम है, बल्कि यह दर्शाता है कि पार्टी नेतृत्व को उनके काम, संघर्ष और समर्पण पर पूरा विश्वास है।

लालू प्रसाद यादव जी और तेजस्वी यादव जी द्वारा उन्हें कार्यकारिणी में शामिल किया जाना, महिलाओं के लिए एक बड़ा संदेश है — कि राजनीति अब केवल पुरुषों का क्षेत्र नहीं, बल्कि नारी शक्ति भी इसका अभिन्न हिस्सा है।

व्यक्तित्व और छवि

हेना शहाब एक सौम्य और संतुलित व्यक्तित्व की धनी हैं, जो जनता से सीधे जुड़ने में विश्वास रखती हैं। वे भीड़ में भाषण देने से अधिक आम लोगों से सीधा संवाद करना पसंद करती हैं। उनकी सादगी, पारंपरिक जीवनशैली और पारिवारिक मूल्यों के प्रति निष्ठा उन्हें भीड़ से अलग पहचान देती है।

वे सदैव जरूरतमंदों के साथ खड़ी नजर आती हैं — फिर चाहे विषय शिक्षा का हो, स्वास्थ्य सेवाओं का या फिर सामाजिक मदद का।

सामाजिक योगदान

राजनीति के अलावा हेना शहाब सामाजिक मोर्चे पर भी सक्रिय रही हैं। उन्होंने सिवान और आसपास के इलाकों में:

महिलाओं के स्वास्थ्य और शिक्षा के लिए जागरूकता अभियान चलाया,

मेडिकल कैंप्स आयोजित करवाए,

गरीब और असहाय लोगों को राशन और दवाएं उपलब्ध करवाईं,

बच्चियों की शिक्षा पर विशेष ध्यान दिया।

उनके इन कार्यों ने उन्हें “जननेत्री” की उपाधि दिलाई है।

जनता का समर्थन और भविष्य की उम्मीदें

हेना शहाब के प्रति सिवान की जनता का प्यार और समर्थन निरंतर बना हुआ है। हर चुनाव में, भले ही परिणाम कुछ भी हो, जनता का उत्साह और उनकी स्वीकार्यता बढ़ती रही है। आने वाले वर्षों में यदि वे पुनः चुनावी मैदान में उतरती हैं, तो उन्हें भारी समर्थन मिलने की संभावना है।

अब जब वे RJD की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में शामिल हो चुकी हैं, यह तय है कि उनकी भूमिका अब केवल सिवान तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि वे राष्ट्रीय राजनीति में भी अपनी मौजूदगी दर्ज कराएंगी।

निष्कर्ष: एक प्रेरणादायक महिला नेतृत्व

हेना शहाब उन महिलाओं में से हैं जो विपरीत परिस्थितियों में भी न सिर्फ डटी रहीं, बल्कि आगे बढ़ीं और जनता का विश्वास जीतने में सफल रहीं। राजनीति में उनकी मौजूदगी केवल पारिवारिक पृष्ठभूमि का परिणाम नहीं है, बल्कि यह उनकी व्यक्तिगत मेहनत, जनसेवा के प्रति समर्पण और सामाजिक जिम्मेदारियों को निभाने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

आज वे RJD की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य हैं — यह सिर्फ एक पद नहीं, बल्कि उनके संघर्ष, सादगी और समर्पण की जीत है।