रिपोर्ट: Khabri Dakiya | 2 अगस्त 2025 | Siwan, Bihar

2025 में कुल दो सूर्य ग्रहण लगने हैं, जिनमें से दूसरा सूर्य ग्रहण 2 अगस्त 2025 को लगेगा। यह खगोलीय घटना धार्मिक, वैज्ञानिक और ज्योतिषीय दृष्टिकोण से काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है। चलिए जानते हैं कि यह सूर्य ग्रहण भारत में किन स्थानों पर दिखाई देगा, इसका समय क्या रहेगा और इससे जुड़ी कौन-कौन सी अहम जानकारियाँ जरूरी हैं।


सूर्य ग्रहण क्या होता है?

जब चंद्रमा पृथ्वी और सूर्य के बीच आ जाता है और कुछ समय के लिए सूर्य का प्रकाश पृथ्वी तक पहुंचने से रोकता है, तब इस खगोलीय घटना को सूर्य ग्रहण कहा जाता है। जब चंद्रमा सूर्य को पूरी तरह या आंशिक रूप से ढक लेता है, तब पृथ्वी पर सूर्य ग्रहण दिखाई देता है।


2 अगस्त 2025 सूर्य ग्रहण की मुख्य जानकारी

विवरणजानकारी
ग्रहण की प्रकृतियह एक आंशिक सूर्य ग्रहण (Partial Solar Eclipse) होगा, जिसमें सूर्य का केवल एक हिस्सा चंद्रमा द्वारा ढका जाएगा।
तिथि2 अगस्त 2025 – शनिवार (Saturday)
ग्रहण शुरू होने का समयदोपहर 12:04 बजे (IST)
अधिकतम समयदोपहर 1:45 बजे
समाप्त होने का समयदोपहर 3:20 बजे
कुल अवधिलगभग 3 घंटे 16 मिनट
भारत में दृश्यताकुछ उत्तरी और पूर्वी राज्यों में आंशिक रूप से
पूर्ण दृश्यतारूस, कजाकिस्तान, चीन, मंगोलिया, जापान के हिस्सों में

नोट: समय स्थान के अनुसार थोड़ा भिन्न हो सकता है।


धार्मिक मान्यताएँ और सूतक काल

हिंदू धर्म में सूर्य ग्रहण को एक विशेष घटना माना गया है, जिसके दौरान पूजा-पाठ, भोजन, और शुभ कार्य वर्जित होते हैं।

सूतक काल:

  • सूतक प्रारंभ: ग्रहण के 12 घंटे पहले
  • सूतक समाप्त: ग्रहण समाप्त होने के बाद

सूतक काल में क्या किया जाना चाहिए:

  • मंत्र जाप करें
  • तुलसी पत्र पानी में डालें
  • सूर्य मंत्र का उच्चारण करें

सूतक काल में क्या नहीं करना चाहिए:

  • भोजन पकाना या खाना
  • मंदिर जाना
  • गर्भवती महिलाओं को ग्रहण देखने से बचना चाहिए

वैज्ञानिक दृष्टिकोण

वैज्ञानिकों के अनुसार सूर्य ग्रहण एक सामान्य खगोलीय घटना है, जिससे डरने की आवश्यकता नहीं है। हालांकि, इस दौरान सूर्य को बिना सुरक्षा उपकरणों के देखना आंखों के लिए नुकसानदायक हो सकता है।

सावधानियाँ:

  • केवल सोलर ग्लासेस या फ़िल्टर लगे टेलीस्कोप का प्रयोग करें
  • बिना फ़िल्टर के स्मार्टफोन या कैमरे से सूर्य को न देखें

भारत में सूर्य ग्रहण कहां दिखाई देगा?

इस सूर्य ग्रहण की दृश्यता भारत में सीमित रहेगी। कुछ राज्य जहां आंशिक रूप से इसे देखा जा सकेगा:

  • अरुणाचल प्रदेश
  • असम
  • सिक्किम
  • उत्तर बंगाल
  • बिहार (सीमित क्षेत्रों में)

FAQs – अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

प्र.1: क्या 2 अगस्त 2025 का सूर्य ग्रहण भारत के सभी हिस्सों में नजर आएगा?
उत्तर: नहीं, यह भारत में केवल कुछ राज्यों में आंशिक रूप से दिखाई देगा।

प्र.2: क्या सूर्य ग्रहण के दौरान सूतक काल मान्य होगा?
उत्तर: हां, धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सूतक काल मान्य होगा।

प्र.3: क्या सूर्य ग्रहण देखने से आंखों को नुकसान हो सकता है?
उत्तर: हां, बिना सुरक्षा उपायों के सूर्य देखने से आंखों को स्थायी नुकसान हो सकता है।

प्र.4: क्या गर्भवती महिलाओं को सूर्य ग्रहण के दौरान सावधानी रखनी चाहिए?
उत्तर: जी हां, पारंपरिक मान्यताओं के अनुसार गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के दौरान विशेष सतर्कता बरतनी चाहिए।

प्र.5: सूर्य ग्रहण का वैज्ञानिक महत्व क्या है?
उत्तर: सूर्य ग्रहण वैज्ञानिकों को सूर्य के बाहरी वायुमंडल (Corona) और अंतरिक्षीय घटनाओं का अध्ययन करने का अवसर प्रदान करता है।


निष्कर्ष

2 अगस्त 2025 को लगने वाला सूर्य ग्रहण एक उल्लेखनीय खगोलीय घटना है, जो भारत के कुछ क्षेत्रों में आंशिक रूप से देखा जा सकेगा। इस घटना को लेकर धार्मिक विश्वास और वैज्ञानिक विश्लेषण, दोनों ही दृष्टिकोणों से विचार किया जाता है।

ऐसे में आवश्यक है कि लोग इस घटना को जागरूकता के साथ समझें और किसी भी प्रकार की भ्रांतियों से दूर रहें।