रीतलाल यादव केस: चुनाव से पहले RJD की मुश्किलें बढ़ीं

छापेमारी की शुरुआत और FIR
11 अप्रैल 2025 को पटना पुलिस और बिहार STF ने रीतलाल यादव से जुड़े 11 स्थानों पर एक साथ छापेमारी की। इसमें ₹10.5 लाख नकद, ₹77 लाख के blank चेक, कई अखाड़े दस्तावेज, पेनड्राइव और वॉकी‑टॉकी बरामद हुए।

आरोप था कि एक ठेकेदार से ₹50 लाख रंगदारी की मांग की गई और निर्माण कार्य रुकवाया गया। इसके बाद खगौल थाने में FIR दर्ज की गई, जिसमें विधायक और उनके कई सहयोगी नामजद हैं।

आत्मसमर्पण और गिरफ्तारी
17 अप्रैल 2025 को रीतलाल यादव ने Danapur कोर्ट में आत्मसमर्पण करते हुए अगले 14 दिनों के लिए न्यायिक हिरासत में बेऊर जेल चले गए। साथ ही उनके कुछ सहयोगियों — जैसे चिक्कू, पिंकू और श्रवण यादव — ने भी सरेंडर किया।

इन दबिशों के दौरान आरोपियों में से कोई गिरफ्तार नहीं हुआ — सभी फरार बताए गए थे।

RJD के लिए राजनीतिक बैकशॉट
विधानसभा चुनाव से पहले यह रीतलाल यादव केस RJD के प्रभाव को कमजोर कर सकता है, क्योंकि वह पार्टी के नेता के रूप में विवादों में घिरे हैं और पार्टी की साख दांव पर लगी है।

यह मामला बाहुबली राजनीति से जुड़े RJD की छवि को सवालों के घेरे में ला रहा है, जिससे पार्टी के संगठनात्मक विश्वसनीयता पर प्रभाव पड़ सकता है।

क्या RJD अभी भी उसे समर्थन दे रही है?
जबकि रीतलाल यादव एक जमाने में RJD के जनरल सेक्रेटरी रहे, हाल में उनकी सक्रिय भूमिका कम हो गई है। पार्टी उनसे दूरी बनाए रखने की कोशिश कर रही है।

इससे भी महत्वपूर्ण है कि विभाजन में, Tejashwi Yadav और Lalu परिवार का राजनीतिक चेहरा प्रमुखता से उभरा है।

उत्पीड़न वाले मामले RJD की लोकल जनाधार को प्रभावित कर सकते हैं, खासकर मध्यमवर्ग और युवा वोटरों में।

संक्षिप्त सारांश
मुख्य बिंदु स्थिति
FIR और आरोपी रंगदारी एवं निर्माण रुकवाने का आरोप, विधायक व सहयोगी फरार
जब्ती गई सामग्री ₹10.5 लाख नकद, ₹77 लाख के चेक, दस्तावेज़, डिजिटल डेटा
सामाजिक प्रभाव RJD की छवि पर प्रश्न, चुनावी माहौल प्रभावित
पार्टी की प्रतिक्रिया दूरी बनाए रखना, रीतलाल पर सार्वजनिक समर्थन कम

आगे की दिशा
FIR और तलाशी में मिले सबूतों की आगे की पुष्टि की जानी चाहिए — क्या और गिरफ्तारी होगी?

RJD की आधिकारिक प्रतिक्रिया, प्रेस ब्रीफिंग या Tejashwi की टिप्पणी इस पर महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।

चुनाव आते-आते इस केस का असर RJD की चुनावी रणनीतियों और स्थानीय गठबंधन संभावनाओं पर पड़ सकता है।