पश्चिम बर्दवान में प्रवासी पक्षियों का आगमन शुरू: गढ़ जंगल में बढ़ी चहल-पहल सर्दियों के आगमन के साथ ही दिखाई देने लगी है। क्षेत्र का तापमान जैसे ही लगभग 15 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा, प्रवासी पक्षियों ने यहां की wetlands का रुख करना शुरू कर दिया। हालांकि मुख्य प्रवास आने वाले दो सप्ताह में शुरू होगा, लेकिन शुरुआती झुंडों का आगमन इस वर्ष के लिए बेहद उत्साहजनक संकेत माना जा रहा है।
वन विभाग और स्थानीय पक्षी विशेषज्ञों के अनुसार, पश्चिम बर्दवान में प्रवासी पक्षियों का आगमन शुरू: गढ़ जंगल में बढ़ी चहल-पहल पिछले कई वर्षों की तुलना में अधिक है, जिससे पर्यटकों और बर्डवॉचर्स में उत्सुकता भी बढ़ गई है।
गढ़ जंगल: इतिहास, भूगोल और प्राकृतिक महत्व
गढ़ जंगल, कांकसा क्षेत्र का एक महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल, हर साल हजारों प्रवासी पक्षियों की मेजबानी करता है।
पश्चिम बर्दवान में प्रवासी पक्षियों का आगमन शुरू: गढ़ जंगल में बढ़ी चहल-पहल से यह संकेत मिलता है कि दामोदर नदी और आसपास के wetlands का इको-सिस्टम इन पक्षियों के लिए पूरी तरह उपयुक्त है।
गढ़ जंगल का इतिहास भी इसे खास बनाता है। प्राचीन काल में धार्मिक और सांस्कृतिक गतिविधियों का केंद्र रहा यह क्षेत्र आज biodiversity hotspot के रूप में पहचान बना चुका है। पिछले कुछ वर्षों में forest department ने जलाशयों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया है, जिसके परिणामस्वरूप इस बार पक्षियों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है।
इस साल प्रवास की शुरुआत और दिखने लगीं कई दुर्लभ प्रजातियाँ
वन्यजीव विशेषज्ञों का कहना है कि पश्चिम बर्दवान में प्रवासी पक्षियों का आगमन शुरू: गढ़ जंगल में बढ़ी चहल-पहल इसलिए अधिक दिख रही है क्योंकि कई प्रजातियाँ इस बार समय से पहले यहां पहुंच गई हैं।
अब तक निम्नलिखित प्रजातियाँ दर्ज की गई हैं:
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Ruddy Shelduck
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Siberian Ducks
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Red-crested Pochard
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Greater Cormorant
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Herons
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Bluethroat
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Siberian Rubythroat
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कई प्रकार के Flycatchers और Waders
आसनसोल के Gunjan Ecological Park और दामोदर नदी के किनारे पिछले कुछ दिनों में छोटे पक्षियों के बड़े झुंड दिखाई दिए। Wildlife NGOs — WINGS (Durgapur) और Wild Tuskers (Asansol) — द्वारा किए जा रहे annual bird census में भी इस प्रवास का साफ असर दिख रहा है।
वन विभाग की सख्त निगरानी, अवैध शिकार पर रोक
पश्चिम बर्दवान में प्रवासी पक्षियों का आगमन शुरू: गढ़ जंगल में बढ़ी चहल-पहल के बीच सुरक्षा इंतजाम भी बढ़ा दिए गए हैं।
वन विभाग ने निम्नलिखित कदम उठाए हैं:
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निर्धारित क्षेत्रों के बाहर जाने पर रोक
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जलाशयों के पास पटाखे, तेज आवाज़ या हॉर्न बजाने पर प्रतिबंध
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forest guards की तैनाती
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स्थानीय लोगों और पर्यटकों को जागरूक करना
दुर्गापुर रेंज के वन अधिकारी किशलय मुखर्जी ने कहा कि पक्षियों की सुरक्षा में किसी भी तरह की लापरवाही नहीं बरती जाएगी। “हमारे सर्दियों के मेहमानों की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है,” उन्होंने कहा।
पश्चिम बर्दवान में प्रवासी पक्षियों का आगमन शुरू: गढ़ जंगल में बढ़ी चहल-पहल ने पर्यटन गतिविधियों को बढ़ाया
साल 2025 की सर्दियों ने गढ़ जंगल में पर्यटन गतिविधियों को काफी बढ़ावा दिया है।
पश्चिम बर्दवान में प्रवासी पक्षियों का आगमन शुरू: गढ़ जंगल में बढ़ी चहल-पहल के कारण पिछले कुछ दिनों में पर्यटकों, प्रकृति प्रेमियों और फोटोग्राफरों की संख्या में तेज बढ़ोतरी हुई है।
स्थानीय होटल, होमस्टे और फूड स्टॉल्स को भी इसका सीधा लाभ मिल रहा है।
इससे जमीनी स्तर पर रोजगार और आय बढ़ने के संकेत भी मिल रहे हैं।
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पर्यावरण शिक्षा और पक्षी संरक्षण की जरूरत
पक्षियों का प्रवास सिर्फ एक प्राकृतिक घटना नहीं, बल्कि पर्यावरण संतुलन का महत्वपूर्ण हिस्सा है।
विशेषज्ञों का मानना है कि पश्चिम बर्दवान में प्रवासी पक्षियों का आगमन शुरू: गढ़ जंगल में बढ़ी चहल-पहल यह दर्शाता है कि wetlands और forest areas का संरक्षण कितना जरूरी है।
स्कूलों, कॉलेजों और wildlife clubs को इस मौके पर जागरूकता अभियान चलाने की जरूरत है ताकि भविष्य में भी पक्षियों को सुरक्षित आवास मिल सके।
और अधिक जानकारी के लिए
प्रवासी पक्षियों और wetlands से संबंधित अधिक जानकारी के लिए ये भरोसेमंद संस्थान उपयोगी हैं:
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BirdLife International — https://www.birdlife.org
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Bombay Natural History Society — https://www.bnhs.org
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Wetlands International — https://www.wetlands.org
सम्मान, प्रोत्साहन और ongoing conservation efforts
पश्चिम बर्दवान में प्रवासी पक्षियों का आगमन शुरू: गढ़ जंगल में बढ़ी चहल-पहल के चलते स्थानीय NGOs और वन विभाग को wetlands conservation efforts के लिए सराहना मिली है।
इसके अलावा, पर्यावरण संरक्षण को लेकर कई छात्रों और शोधकर्ताओं द्वारा अध्ययन भी किए जा रहे हैं।
FAQ Section
1. गढ़ जंगल में प्रवासी पक्षियों का मुख्य प्रवास कब शुरू होता है?
मध्य दिसंबर से जनवरी तक मुख्य प्रवास देखा जाता है।
2. किस-किस प्रजाति के पक्षी अधिक संख्या में आते हैं?
Ruddy Shelduck, Pochards, Flycatchers, Cormorants और Herons प्रमुख प्रजातियाँ हैं।
3. क्या पर्यटकों पर कुछ प्रतिबंध हैं?
हाँ, तेज आवाज़, पटाखे और restricted क्षेत्रों में प्रवेश पर रोक है।
4. क्या इस साल प्रवास जल्दी शुरू हुआ है?
हाँ, कई छोटे पक्षियों के झुंड नवंबर के अंत में ही पहुंच गए।
5. पक्षियों की सुरक्षा के लिए वन विभाग क्या कर रहा है?
निगरानी बढ़ाना, जागरूकता अभियान चलाना और अवैध शिकार रोकने के लिए कड़ी कार्रवाई।

